स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है, संतोष सबसे बड़ा धन और विश्वास सबसे अच्छा संबंध।

हम कितना भी पढ़ लें लेकिन हर अध्याय न होगा पूरा  सब कुछ बना नहीं सकते हम रह जायेगा काम अधूरा

वक़्त के साथ कुछ लम्हें छूट जाते है, लोग मुकरते नहीं बस हालात बदल जाते है।

हौसले चक्रव्यूह से टक्करा जाते है, रास्ते जब सफ़र में बंद मिलते जाते है।

ज्ञानी दीप रुआबों तक, चलना चाहो ख्वाबों तक। बात हमारी मानो साथी, लौटे चलो किताबों तक।।

रात को कब तक आँखों में समेटे रहोगे कब तक गाते रहोगे सूर्योदय के गीत

पुश्तैनी हक खरीदे नहीं जाते विरासत में मिलते हैं सभी पुश्तैनी हकों का सुखद होना जरूरी नहीं जरूरी नहीं सभी के पुश्तैनी हकों का सुखद होना

जो दिल के करीब थे ,वो जबसे दुश्मन हो गए जमाने में हुए चर्चे ,हम मशहूर हो गए 

बैठे-बिठाए हाल-ए-दिल-ज़ार खुल गया मैं आज उसके सामने बैठकर बेकार खुल गया। -मुनव्वर राणा

जो निगाह-ए-नाज़ का बिस्मिल नहीं है, वो दिल नहीं है, दिल नहीं है, दिल नहीं है।